शहीद जवान की पत्नी ने रखा करवाचौथ का व्रत, कहा- मेरे लिए वो आज भी जिंदा हैं rajasthan-slain-soldier-wife-fasts-on-karwachauth-to-celebrate-husband-martyrdom-in-jhunjhunu
शहीद पति की तस्वीर की पूजा करतीं पत्नी। (Photo-ANI/Video)
राजस्थान के झुंझुनू में भारतीय सेना के एक शहीद जवान की पत्नी ने करवाचौथ का व्रत रखकर नई मिसाल पेश की है। भारतीय सेना का जवान दिलीप ठकन देश के लिए शहीद हो गए थे। इसके बाद भी उनकी पत्नी सुनिता ने उनके लिए करवाचौथ का व्रत रखना जारी रखा। सुनिता हर साल की तरह इस दिन व्रत रखती हैं और अपने पति की तस्वीर देखकर व्रत खोलती हैं। शहीद की पत्नी सुनिता ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मेरे पति दिलीप ठकन देश के लिए शहीद हो गए। लेकिन हम उन्हें शहीद नहीं मानते, वे अमर हैं। मेरे लिए मेरे पति आज भी जिंदा हैं।’ सुनिता इस दिन सभी रीति-रिवाजों में हिस्सा लेती हैं और पूजा करती हैं। इसके साथ ही अन्य महिलाओं से भी कहती हैं कि वे देश के लिए उनके पति की शहादत के लिए इस पूजा में हिस्सा लें।
बता दें, बुधवार को भारत में करवाचौथ का व्रत मनाया गया था। करवा चौथ हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। भारत में इस व्रत को पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में ज्यादा महत्ता दी जाती है। इन क्षेत्रों में सभी ग्रामीण और शहरों की महिलाएं करवाचौथ का व्रत बड़ी श्रद्धा एवं उत्साह के साथ करती हैं। जो अपने पति की आयु, स्वास्थ्य व खुद के सौभाग्यवति होने की कामना करती हैं।
कैसे हुआ इस व्रत का उदय
व्रत के बारे में महाभारत से संबंधित पौराणिक कथा के अनुसार पांडव पुत्र अर्जुन तपस्या करने नीलगिरी पर्वत पर चले गए । दूसरी ओर बाकी पांडवों पर कई प्रकार के संकट आन पड़ते हैं। अर्जुन की पत्नी द्रौपदी भगवान श्रीकृष्ण से उपाय पूछती हैं। तभी उनके सखा श्रीकृष्ण उन्हें कार्तिक कृष्ण चतुर्थी के दिन करवाचौथ का व्रत करने के बारे में बताते हैं, जिससे अर्जुन के सभी कष्ट दूर होगें। श्रीकृष्ण द्वारा बताए गए विधि विधान से द्रौपदी करवाचौथ का व्रत रखती हैं जिससे उनके समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं। इस प्रकार की कथाओं से करवा चौथ का महत्त्व हम सबके सामने आ जाता है। यह व्रत यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।
व्रत के बारे में महाभारत से संबंधित पौराणिक कथा के अनुसार पांडव पुत्र अर्जुन तपस्या करने नीलगिरी पर्वत पर चले गए । दूसरी ओर बाकी पांडवों पर कई प्रकार के संकट आन पड़ते हैं। अर्जुन की पत्नी द्रौपदी भगवान श्रीकृष्ण से उपाय पूछती हैं। तभी उनके सखा श्रीकृष्ण उन्हें कार्तिक कृष्ण चतुर्थी के दिन करवाचौथ का व्रत करने के बारे में बताते हैं, जिससे अर्जुन के सभी कष्ट दूर होगें। श्रीकृष्ण द्वारा बताए गए विधि विधान से द्रौपदी करवाचौथ का व्रत रखती हैं जिससे उनके समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं। इस प्रकार की कथाओं से करवा चौथ का महत्त्व हम सबके सामने आ जाता है। यह व्रत यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।
No comments: