जब से तिब्बत धर्म गुरु दलाई लामा अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर आये है तब से चाइना चिढ़ गया है और उसकी सरकारी न्यूज़ मीडिया एजेंसी ने भारत की आलोचना शुरू कर दी है कि भारत दलाई लामा के नाम से चाइना का विरोध करने के लिए कूटनीतिक रास्ता अपना रहा है ! चाइना की न्यूज़ एजेंसी ग्लोबल टाइम्स में एक न्यूज़ के अनुसार दलाई लामा धर्म की आड़ लेकर तिब्बत को चाइना से अलग करने का प्रयास करने में लगे हुए है और इस काम में भारत उनका साथ दे रहा है ! दलाई लामा के अरुणाचल जैसे संवेदनशील इलाके में भ्रमण करना भारत और चाइना के रिश्तो में दरार ला सकता है !
ग्लोबल टाइम्स के लेख के अनुसार चाइना मानता है कि तिब्बत चाइना का हिस्सा है ! और अरुणाचल प्रदेश तिब्बत का दक्षिणी भू भाग है ! और इसीलिए 81 वर्षीय दलाई लामा को एक महीने पहले ही अरुणाचल में भ्रमण करने पर चाइना आपत्ति दर्ज करा चुका है ! पर भारत ने चाइना को जवाब दिया था कि ये भारत का आंतरिक मामला है ! और चाइना को इसमें हताक्षेप नहीं करना चाहिए ! भारत की तरफ से इस प्रकार का जवाब पूरी तरह से बेमानी सा लगता है ! अगले पेज पर जानिए दलाई लामा के भारत आने पर चीन के कड़े ऐतराज पर दलाई लामा ने जो कहा उससे उड़ जायेगे चीन के होश…
जानिए दलाई लामा के भारत आने पर चीन के कड़े ऐतराज पर दलाई लामा ने जो कहा उससे उड़ जायेगे चीन के होश…
दलाई लामा का चाइना को जवाब: दलाई लामा ने अपने अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर चाइना की आपत्ति पर कहा कि चाइना चाहे मुझे असुर करे मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता ! चाइना द्वारा दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा की आपत्ति का भारत ने कड़ा विरोध किया है और कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है !

भारत का जवाब : केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजेजू ने जवाब दिया है कि अरुणाचल प्रदेश में दलाई लामा की यात्रा धार्मिक है कोई राजनीतिक नहीं ! जिस प्रकार से भारत वन चाइना पालिसी का सम्मान करता है ! वैसे ही चाइना को भी भारत की पालिसी का सम्मान करना चाहिए !
भारत में सभी धर्मो के लोगो की भावनाओ का सम्मान किया जाता है ! उनको धार्मिक स्वतंत्रता भी दी गई है ! ऐसे में अरुणाचल प्रदेश में किसी के भी यात्रा करने पर किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए !
दलाई लामा के नाम से खेला भारत ने बड़ा कूटनीतिक खेल…? चीन हुआ पस्त.. Dalai lama
ke naam pe bharat ne khela kutniti
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Ujala News
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