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1 साल पहले सिर्फ 10000 रुपए लगाते, तो आज लखपति होते आप! bitcoin



वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन में एक दिन का सबसे तेज उछाल देखने को मिला है. उसके बाद एक बिटकॉइन की कीमत 10,000 डॉलर क पार हो गई है.

नई दिल्ली: बिटकॉइन, यानी एक ऐसी करेंसी जिसका वजूद रुपए या डॉलर की तरह नहीं है. लेकिन, इसे आप वर्चुअली ग्लोबल पेमेंट में इस्तेमाल कर सकते हैं. वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन में एक दिन का सबसे तेज उछाल देखने को मिला है. उसके बाद एक बिटकॉइन की कीमत 10,000 डॉलर क पार हो गई है. अगर भारतीय मुद्रा में इसकी कीमत की बात करें तो 6,50,000 रुपए है. बीते एक साल में इसकी कीमतों में 900 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक तरह की पोंजी स्कीम है जिसमें निवेशकों के साथ धोखा हो सकता है.
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (क्रिप्टो करेंसी) है. इसे एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है. इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. फिलहाल, भारत में एक बिट क्वॉइन की कीमत करीब 65 हजार रुपए है.

ये हैं इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य
  • पूरे विश्व में कुल 1.5 करोड़ बिटकॉइन चलन में होने का अनुमान.
  • इस गुप्त करेंसी पर सरकारी नियंत्रण नहीं होता. इसे छिपाकर इस्तेमाल किया जाता है.
  • इसे दुनिया में कहीं भी सीधा खरीदा या बेचा जा सकता है.
  • इसे रखने के लिए बिटकॉइन वॉलेट उपलब्ध होते हैं.
  • बिटकॉइन को आधिकारिक मुद्रा से भी बदला जाता है. इसे न तो जब्त किया जा सकता है और न ही नष्ट.
  • यह किसी देश की आधिकारिक मुद्रा नहीं है. ऐसे में इस पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगता है.
  • बिटकॉइन में ट्रेड करने के लिए कई एक्सचेंज हैं, इनमें जेबपे, यूनो क्वॉइन और क्वॉइन सिक्योर एक्सचेंज शामिल है.
  • अधिकांश एक्सचेंज के पास एंड्रॉयड और आईफोन ऐप्स हैं, जिनके जरिए बैंक अकाउंट से लिंक के बाद तुरन्त ट्रांसफर किया जा सकता है.
  • बिटकॉइन के लिए केवाइसी अनिवार्य है. बिटकॉइन निवेशकों के लिए पैन और अन्य डिटेल्स के साथ आईडी प्रमाणित कराना जरूरी है.
  • बिटकॉइन बेचने पर पैसा तुरंत अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाता है. कई एजेंट्स भी होते हैं जो कैश के लिए क्रिप्टो कंरसी की बिक्री करते हैं.
2009 में हुई थी बिटकॉइन की शुरुआत
2008 में पहली बार बिटकॉइन को लेकर एक लेख प्रकाशित हुआ था. हालांकि, इसकी शुरुआत 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप हुई. इसे अज्ञात कम्प्यूटर प्रोग्रामर या इनके समूह ने सातोशी नाकामोटो के नाम से बनाया.
ये भी हैं क्रिप्टो करंसी
बिटकॉइन के अलावा इथेरम, रिप्पल, लाइट क्वॉइन, एनईएम, डैश, इथेरम क्लासिक, आईओटीए, मोनेरो और स्टैटस भी क्रिप्टो करंसी की लिस्ट में शामिल हैं.

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