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'मन की बात' की बात में बोले पीएम- अब बिना 'महरम' के हज पर जा सकती हैं मुस्लिम महिलाएं pm modi mann ki baat 31st december 2017

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 31 दिसंबर को अपने 'मन की बात' कार्यक्रम का इस साल का आखिरी संबोधन किया. इस कार्यक्रम की यह 39वीं कड़ी थी. पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही लोगों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी. पीएम मोदी ने कहा , 'वर्ष का यह आख़िरी कार्यक्रम है और संयोग से आज, वर्ष 2017 का भी आख़िरी दिन है. कुछ घंटों बाद, वर्ष बदल जाएगा लेकिन हमारी बातों का यह सिलसिला आगे भी इसी तरह जारी रहेगा. आप सबको 2018 की अनेक-अनेक शुभकामनाएं.'

प्रभु ईशू को भी किया याद
पीएम मोदी ने देशवासियों से संबोधन में ईसा मसीह के द्वारा दिखाए गए 'सेवा भाव' के मार्ग पर चलने की बात कही. पीएम ने कहा, ' 25 दिसम्बर को विश्वभर में क्रिसमस का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर हम सब ईसा मसीह की महान शिक्षाओं को याद करते हैं. ईसा मसीह ने सबसे ज़्यादा जिस बात पर बल दिया था, वह था - “सेवा-भाव” .सेवा की भावना का सार हम बाइबल में भी देखते हैं'
महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलने की कही बात
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में ‘निष्काम कर्म’ की बात होती है, यानी ऐसी सेवा जिसमें कोई अपेक्षा न हो. कहा गया है – “सेवा परमो धर्मः”  ‘जीव-सेवा ही शिव-सेवा’ और गुरुदेव रामकृष्ण परमहंस तो कहते थे – शिव-भाव से जीव-सेवा करें .पूरे विश्व में ये सारे समान मानवीय मूल्य हैं  "आइए, हम महापुरुषों का स्मरण करते हुए, पवित्र दिवसों की याद करते हुए, अपनी  इस महान मूल्य परम्परा को, नयी चेतना दें, नयी ऊर्जा दें और ख़ुद भी उसे जीने का प्रयास करें."
'गुरुगोविन्द सिंह जी ने महान जीवन मूल्यों का उपदेश दिया'
पीएम मोदी ने कहा कि यह वर्ष गुरुगोविन्द सिंह जी का 350वां प्रकाश पर्व का भी वर्ष था. गुरुगोविन्द सिंह जी का साहस और त्याग से भरा असाधारण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है. गुरुगोविन्द सिंह जी ने महान जीवन मूल्यों का उपदेश दिया और उन्हीं मूल्यों के आधार पर उन्होंने अपना जीवन जिया भी  एक गुरु, कवि, दार्शनिक, महान योद्धा, गुरुगोविन्द सिंह जी ने इन सभी भूमिकाओं में उन्होंने लोगों को प्रेरित करने का काम किया . उन्होंने उत्पीड़न और अन्याय के विरुद्ध लड़ाई लड़ी . लोगों को जाति और धर्म के बंधनों को तोड़ने की शिक्षा दी. जीवन के हर-पल में प्रेम, त्याग और शांति का सन्देश -कितनी महान विशेषताओं से भरा हुआ उनका व्यक्तित्व था ! ये मेरे लिए सौभाग्य की बात रही कि मैं इस वर्ष की शुरुआत में गुरुगोविन्द सिंह जी 350वीं जयन्ती के अवसर पर पटनासाहिब में आयोजित प्रकाशोत्सव में शामिल हुआ.
21वीं सदी के नए वोटरों का साल होगा 2018
प्रधानमंत्री ने नए साल के लिए कहा, एक जनवरी, 2018 का दिन मेरी दृष्टि से एक special दिवस है. जो लोग वर्ष 2000 या उसके बाद जन्मे हैं यानी 21वीं सदी में जिन्होंने जन्म लिया है वे एक जनवरी, 2018 से eligible voters बनना शुरू हो जाएंगे . भारतीय लोकतंत्र, 21वीं सदी के voters का, #NewIndia Voters’ का स्वागत करता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के voter होने के नाते ये युवा भी गौरव का अनुभव करते होंगे . इनका वोट ‘New India’ का आधार बनेगा .वोट की शक्ति, लोकतंत्र में सबसे बड़ी शक्ति है .लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए ‘वोट’ सबसे प्रभावी साधन है. 
देश का युवा बताए कैसे बनेगा ‘New India’
प्रधानमंत्री ने  कहा की वे 18 से 25 वर्ष के ऊर्जा और संकल्प से भरे  यशस्वी युवाओं को  ‘New India Youth’ मानते  हैं  जिसका मतलब होता है - उमंग, उत्साह और ऊर्जा . हमारे इन ऊर्जावान युवाओं के कौशल और ताक़त से ही हमारा ‘New India’ का सपना सच होगा 
यह ‘New India Youth’ आगे आए और मंथन करे कि कैसे बनेगा New India . वो अपने लिए भी एक मार्ग  तय करे, जिनसे वो जुड़ा हुआ है उनको भी जोड़े और कारवां बढ़ता चले . ये युवा भारत के हर ज़िले में एक Mock Parliament आयोजित करें, जहां वे New India पर मंथन करें, रास्ते खोजें, योजनाएं बनाएं. अपने संकल्पों को 2022 से पहले कैसे सिद्ध कर सकते हैं, कैसे एक ऐसे भारत का निर्माण कर सकते हैं जिसका सपना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था. 
15 अगस्त के आस-पास दिल्ली में एक Mock Parliament का आयोजन हो जहां प्रत्येक ज़िले से चुना गया एक युवा, इस विषय पर चर्चा करे कि कैसे अगले पांच सालों में एक New India का निर्माण किया जा सकता है. एक ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि इन सारे अवसरों की योजनाओं की जानकारी इस ‘New India Youth’ को एक ही  जगह मिल जाए. 18 वर्ष का होते ही, उसे इस दुनिया के बारे में, इन सारी चीज़ों के बारे में सहज रूप से जानकारी प्राप्त हो और वह आवश्यक लाभ भी ले सके.  उत्साह से भरा एक व्यक्ति अत्यन्त बलशाली होता है क्योंकि उत्साह से बढ़ कर कुछ नहीं होता .Positivity और उत्साह से भरे व्यक्ति के लिए कुछ भी असंभव नहीं .‘Pessimism leads to weakness, optimism to power’ .
जनता ने साझा किए विचार
पीएम मोदी ने मन की बात के अपने पिछली कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि, 'पिछली बार ‘मन की बात’ में मैंने देशवासियों से अपील की थी कि वर्ष 2017 के अपने positive moments, share करें और 2018 का स्वागत एक positive atmosphere में करें . मुझे बहुत ख़ुशी हुई कि भारी संख्या में लोगों ने Social Media Platform, MyGov और NarendraModi App परअपने अनुभव share किये. Positive India hashtag (#) के साथ लाखों inspiring tweets किये गए जिसकी पहुँच करीब-करीब डेढ़-सौ करोड़ से भी अधिक लोगों तक पहुंची.'
कश्मीर की अंजुम की कहानी बताई
पीएम ने कश्मीर प्रशासनिक सेवा में टॉप करने वाली लड़की अंजुम की कहानी को देशवासियों से साझा किया. प्रधानमंत्री ने कहा, 'कश्मीर की प्रशासनिक सेवा के topper अंजुम बशीर खान खट्टक की कहानी वाकई प्रेरणादायी है. उन्होंने आतंकवाद और घृणा के दंश से बाहर निकल कर Kashmir Administrative Services की परीक्षा में top किया.  अंजुम ने साबित कर दिया है कि हालात कितने ही ख़राब क्यों न हों, सकारात्मक कार्यों के द्वारा निराशा के बादलों को भी ध्वस्त किया जा सकता है. जम्मू कश्मीर की बेटियों से मिलकर मैंने उनके जीवन के उत्साह भरे सपने सुने और मुझे प्रेरणा मिली कि ये युवा ही मेरे देश की ताक़त और भविष्य हैं.'
स्वच्छता अभियान में केरल के सबरीमाला मंदिर की पहल 
स्वच्छता अभियान में योगदान के लिए पीएम मोदी ने केरल के सबरीमाला मंदिर का उदारण दिया. उन्होंने कहा कि इस मंदिर में चल रहा 'पुण्यम पुन्कवाणम’ programme देश को स्वच्छ करने हेतु एक बहुत अच्छा और प्रेरणादायी उदाहरण है. इस कार्यक्रम के तहत जो भी यात्री यहां आते हैं उनकी यात्रा तब तक पूरी नहीं होती जब तक वो स्वच्छता के कार्यक्रम में कोई ना कोई श्रम ना करते हों. 'पुण्यम पुन्कवाणम’ नाम का यह कार्यक्रम केरल के एक पुलिस अधिकारी ने शुरू किया है जिनका नाम पी. विजयन है. इस अभियान में सभी लोग हिस्सा लेते हैं, हर यात्री इसे भगवान की पूजा का ही भाग मानकर कुछ ना कुछ स्वच्छता के लिए करता है. वहां कठोर व्रत के साथ-साथ स्वच्छता का कठोर संकल्प भी साथ-साथ चलता है.
4 हजार से अधिक शहरों में किया जाएगा ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2018’ 
पीएम मोदी ने कहा कि “स्वच्छता की दिशा में देशभर में व्यापक स्तर पर प्रयास हो रहा है. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में व्यापक जन-भागीदारी से भी परिवर्तन नज़र आने लगा है”  प्रधानमंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के स्तर की उपलब्धियों का आकलन करने के लिए आगामी 4 जनवरी से 10 मार्च 2018 के बीच दुनिया का सबसे बड़ा सर्वे ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2018’ किया जाएगा जो 4 हज़ार से भी अधिक शहरों में किया जाएगा.  पीएम मोदी ने कहा कि, 'मुझे विश्वास है कि घर से सूखा-कूड़ा और गीला-कूड़ा, अलग-अलग करके नीले और हरे dustbin का उपयोग,अब आपकी आदत बन ही गई होगी. कूड़े के लिए reduce, re-use  और re-cycle का सिद्धांत बहुत क़ारगर होता है.' 
बिना महरम हज पर जा सकेंगी मुस्लिम महिलाएं
पीएम मोदी ने मुस्लिम महिलाओं के लिए कहा कि 'हमारी Ministry of Minority Affairs ने आवश्यक कदम उठाते हुए मुस्लिम महिलाओं को हज पर बिना महरम के जाने पर लगी पाबन्दी को हटाया और सत्तर साल से चली आ रही परंपरा को ख़त्म किया.'  प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारी जानकारी में यह बात आई कि यदि कोई मुस्लिम महिला हज यात्रा के लिए जाना चाहती है तो वहा महरम यानि Male Gardian के बिना नहीं जा सकती है.ये भेदभाव क्यों? आजादी के 70 साल भी यह रोक लगाने वाले हम ही लोग थे. दशकों से मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय हो रहा था लेकिन कोई चर्चा नहीं थी. अल्पसंख्यक मंत्रालय ने मुस्लिम महिलाओं के बिना महरम के हज पर जाने की रोक को हटाया और 70 साल से चली आ रही परंपरा को नष्ट किया. इस बार 1300 महिलाओं ने बिना महरम के हज पर जाने के लिए एप्लाई किया है, इसकी मुझे खुशी है'
10 आसियान देशों के नेता होंगे अतिथि
के गणतंत्र दिवस समारोह में आने वाले अतिथियों के बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, 'इस वर्ष गणतंत्र-दिवस समारोह के लिए 1 नहीं बल्कि सभी 10 ASEAN देशों के नेता मुख्य-अतिथि के रूप में भारत आएंगे. ऐसा भारत के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ है.'
नए साल, लोहड़ी, मकर संक्रांति, माघ-बिहू, पोंगल की दी बधाई
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए साल के आखिरी मन की बात का समापन किया. उन्होंने कहा, 'आने वाला नव- वर्ष आप सभी के लिए ढ़ेरों खुशियां, सुख और समृद्धि ले करके आए. हम सब नए जोश, नए उत्साह, नए उमंग और नए संकल्प के साथ आगे बढ़ें, देश को भी आगे बढाएं.  सभी देशवासियो को मकर-संक्रांति, लोहड़ी, खिचड़ी, तिल-संक्रांति, संक्रांत, माघ-बिहू और पोंगल की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. '

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