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मायावती ने उठाया था EVM पर सवाल, अब सुप्रीम कोर्ट ने लिया एक्शन mayawati ne evm machine pe uthaya thqa sawal agaya ab supreme court ka jawab



पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद 11 मार्च को आये चुनावी परिणाम के बाद प्रदेश की क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को गहरा झटका लगा है ! इनमे से एक प्रमुख पार्टी है बसपा ! बसपा की करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती का बयान आया था कि हमारी हार का कारण वोट देने वाली जनता नहीं थी बल्कि ईवीएम मशीन थी ! साथ में मायावती ने ये भी कहा कि बीजेपी को 325 सीट मिली है ! पर बीजेपी के नेता जिस प्रकार से अपनी ख़ुशी दिखा रहे है ! इससे पता चलता है कि बीजेपी ने चुनाव में ईवीएम मशीनों में धांधली करके इसको जीता है ! इसी प्रकार से बीजेपी ने उत्तराखंड में भी प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई है !


हारने के बाद तो उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी बयान दिया था कि ईवीएम मशीन और मोदी ब्रांड को मैं सेल्यूट करना चाहता हूँ ! मायावती के बाद पंजाब के परिणाम देख कर केजरीवाल का भी बयान आ गया !  कि पंजाब में आप आदमी पार्टी को दिया जाने वाला वोट 20% से 25% ईवीएम मशीन के द्वारा दूसरी पार्टी को चला गया ! और हम हार गए ! मुझे नहीं पता कि मशीन के द्वारा ऐसी गड़बड़ी कैसे हो गई ! हम पंजाब की सत्ता न मिले इसीलिए मशीन के द्वारा ये खेल खेला गया ! अगले पेज पर जानिए बसपा सुप्रीमो मायावती की इवीएम के उपर इस शिकायत का सुप्रीम कोर्ट ने दिया ये जवाब…

जानिए बसपा सुप्रीमो मायावती की इवीएम के उपर इस शिकायत का सुप्रीम कोर्ट ने दिया ये जवाब….

राजनीतिक दलों द्वारा ईवीएम मशीन में की गई छेड़छाड़ की शिकायत पर दी गई याचिका पर सुप्रीमकोर्ट में सुनाई हुई ! सुप्रीमकोर्ट ने इस बारे में चुनाव आयोग को नोटिस दिया ! जवाब में चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न ही हुई है ! और न ही की जा सकती है ! ये पूरी तरह से सुरक्षित है ! राजनीतिक दलों ने ईवीएम मशीन पर सीबीआई से जांच करने की मांग की थी जिसके सुप्रीमकोर्ट ने ठुकरा दी है !

ईवीएम मशीन की गड़बड़ी के बारे में सुनवाई मुख्य न्यायधीश जगदीश सिंह खेहर, न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायधीश संजय कृष्णा कौल की बेंच ने की ! याचिका करने वाले वकील मनोहर लाल शर्मा ने पैरवी करते हुए कहा है कि ईवीएम मशीन के बारे में छेड़छाड़ की जांच अमेरिकी कंप्यूटर साइंटिस्ट्स के द्वारा भी कराई जानी चाहिए ! अगले पेज पर जानिए ईवीएम् का यह इतिहास जिसको जानकर आप रह जायेगे हैरान…

जानिए ईवीएम् का यह इतिहास जिसको जानकर आप रह जायेगे हैरान…

ईवीएम का इतिहास: भारत में पहली बार चुनाव आयोग ने 1980 में सभी राजनीतिक दलों को ईवीएम मशीन के बारे में परिचय करवाया था ! पर 24 वर्ष के बाद इसका पहली बार प्रयोग 2004 के लोकसभा चुनाव में किया गया ! इस मशीन पर कई बार हैकिंग के आरोप लगाते आये है पर आजतक कोई इसका सबूत नहीं दे पाया !

चुनाव आयोग ने 14 मार्च को बताया था कि पहले मशीन को सभी उम्मीदवार के सामने दो बार चेक किया जाता है ! फिर उन्ही उम्मीदवारों के सामने मशीन को सील भी कर दिया जाता है ! मतगणना से ठीक पहले उम्मीदवारों के सामने ही मशीन को खोला भी जाता है ! और उनके सामने ही वोट काउंट भी किये जाते है ! उसके बाद भी अगर किसी राजनीतिक दल को मशीन के बारे में छेड़खानी की कोई शिकायत है ! तो वो सीधे हमारे पास आ सकता है !

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