शौक में लगाना चाहते हैं सिगरेट का कश, तो आपके दिमाग की बत्ती जला देगी यह खबर cigratte smoking in style
जीवन में पहली बार सिगरेट पीने की कोशिश करने वाले दो-तिहाई से अधिक लोगों ने कम से कम कुछ दिनों के लिए ही सही रोजाना सिगरेट पीना शुरू कर दिया
लंदन: जीवन में पहली बार सिगरेट पीने की कोशिश करने वाले दो-तिहाई से अधिक लोगों ने कम से कम कुछ दिनों के लिए ही सही रोजाना सिगरेट पीना शुरू कर दिया. अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि सर्वेक्षण में शामिल किए गए 2,15,000 से अधिक लोगों ने किशोरों में सिगरेट का चलन घटाने की कोशिशों को प्राथमिकता देने के पक्ष में मजबूत तर्क दिए. लंदन की क्वीन मेरी यूनीवर्सिटी के प्रोफेसर पीटर हाजेक ने बताया, ‘हमने पाया कि पहली बार धूम्रपान करने वालों से रोजाना धूम्रपान करने वालों में तब्दील होने की दर आश्चचर्यजन ढंग से अधिक है जो सिगरेट के पहली बार प्रयोग को रोकने के महत्व की पुष्टि करता है.’
अध्ययनकर्ताओं ने ब्रिटेन, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से संबद्ध सर्वेक्षणों के लिए ग्लोबल हेल्थ डेटा एक्सचेंज को ढूंढा जिनमें सिगरेट का पहली बार प्रयोग करने और रोजाना धूम्रपान करने के बारे में सवाल शामिल थे. टीम ने हिसाब लगाया कि अध्ययन में शामिल किए गए 60.03 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने कभी ना कभी एक सिगरेट पी और उनमें से करीब 68.9 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें इसकी रोजाना की लत लग गई.
बच्चों को शौक से पिलाई जाती है सिगरेट
पुर्तगाल में छोटे बच्चों को शौक से सिगरेट पिलाई जाती है. दरअसल, पुर्तगाल के वाले डे सेल्ग्यूएरियो में इन दिनों ईसाईयों का एपिफनी उत्सव चल रहा है. इसमें लोग अपने बच्चों को सिगरेट पीने के लिए प्रेरित करते हैं.
पुर्तगाल में छोटे बच्चों को शौक से सिगरेट पिलाई जाती है. दरअसल, पुर्तगाल के वाले डे सेल्ग्यूएरियो में इन दिनों ईसाईयों का एपिफनी उत्सव चल रहा है. इसमें लोग अपने बच्चों को सिगरेट पीने के लिए प्रेरित करते हैं.
यूपी की महिलाओं में बढ़ रही धूम्रपान की लत
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी चकाचौंध भरा परिवेश युवतियों व महिलाओं के जीवन पर बुरा प्रभाव डाल रहा है. शौकिया धूम्रपान का शुरू हुआ सिलसिला अब लत में तब्दील हो रहा है. ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे में 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर हुए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि उप्र की हर छठी महिला धूम्रपान कर रही है. लखनऊ के होटल क्लार्क में पिछले दिनों ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (गेट्स) 2016-17 की फैक्ट शीट प्रस्तुत की गई थी. इस रिपोर्ट में जो आंकड़े दिए गए थे, वह बेहद ही चौंकाने वाले थे. इस रिपोर्ट ने यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि बदलती जीवनशैली में धूम्रपान की लत को महिलाएं कैसे छोड़ें. मुंबई से आईं कंसल्टेंट सुलभा परशुरामन ने इस रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी चकाचौंध भरा परिवेश युवतियों व महिलाओं के जीवन पर बुरा प्रभाव डाल रहा है. शौकिया धूम्रपान का शुरू हुआ सिलसिला अब लत में तब्दील हो रहा है. ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे में 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर हुए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि उप्र की हर छठी महिला धूम्रपान कर रही है. लखनऊ के होटल क्लार्क में पिछले दिनों ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (गेट्स) 2016-17 की फैक्ट शीट प्रस्तुत की गई थी. इस रिपोर्ट में जो आंकड़े दिए गए थे, वह बेहद ही चौंकाने वाले थे. इस रिपोर्ट ने यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि बदलती जीवनशैली में धूम्रपान की लत को महिलाएं कैसे छोड़ें. मुंबई से आईं कंसल्टेंट सुलभा परशुरामन ने इस रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

उन्होंने बताया, "गेट्स-2 सर्वे की रिपोर्ट में 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को शामिल किया गया था. केंद्रीय परिवार कल्याण विभाग, डब्लूएचओ व टाटा इंस्टीट्यूट अफ सोशल साइंसेज मुंबई द्वारा मल्टी स्टेज सैंपल डिजाइन तैयार किया गया. इसमें देशभर से कुल 74,037 लोगों को व यूपी से 1,685 पुरुष व 1,779 महिलाओं को शामिल किया गया था."
रिपोर्ट के मुताबिक, हर छठी महिला तंबाकू का किसी न किसी स्वरूप में सेवन कर रही है. कई महिलाएं जहां मजदूरी करने वाली गुटखा, खैनी, बीड़ी का सेवन कर रही हैं, वहीं कई शौकिया सिगरेट पीने व गुटखा खाना शुरू करने के बाद इसकी लत की शिकार हो गई हैं.
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